सेवाएं

नगर परिषद शाहपुर पटोरी (बिहार) द्वारा प्रदान की जाने वाली विभिन्न सेवाओं में निम्नलिखित शामिल हो सकते हैं:

  • स्वच्छता एवं कचरा प्रबंधन:
    नगर परिषद शाहपुर पटोरी (बिहार) द्वारा स्वच्छता एवं कचरा प्रबंधन के तहत कई महत्वपूर्ण सेवाएं और योजनाएं लागू की जाती हैं ताकि शहर को स्वच्छ और स्वस्थ रखा जा सके। इस प्रणाली का उद्देश्य नागरिकों के लिए एक स्वच्छ और सुरक्षित पर्यावरण उपलब्ध कराना है। इस सेवा का विस्तार कुछ इस प्रकार है:
  • घर-घरकचरासंग्रहण:

नगर परिषद घर-घर जाकर कचरा संग्रहण की सुविधा प्रदान करती है। इस सेवा के तहत प्रत्येक घर से दैनिक या साप्ताहिक आधार पर कचरा उठाया जाता है।

  • कचरे को दो श्रेणियों में विभाजित किया जाता है:
  • गीला कचरा: जैविक कचरा जैसे भोजन का अवशेष, सब्जियों के छिलके, और अन्य घरेलू जैविक कचरे।
  • सूखा कचरा: गैर-जैविक कचरा जैसे प्लास्टिक, कागज, धातु, और अन्य रिसाइकल किए जाने योग्य वस्तुएं।
  • लोगों को कचरे का अलग-अलग संग्रहण करने के लिए जागरूक किया जाता है।
  • कचरा निपटान और पुनर्चक्रण (Recycling):
  • एकत्रित कचरे को निपटान के लिए विभिन्न केंद्रों पर ले जाया जाता है, जहाँ इसका उचित तरीके से निपटान या पुनर्चक्रण किया जाता है।
  • जैविक कचरे से खाद (कंपोस्ट) बनाई जाती है, जिसे बागवानी और खेती में उपयोग किया जा सकता है।
  • गैर-जैविक कचरे का पुनर्चक्रण किया जाता है, जिससे पर्यावरणीय नुकसान को कम किया जा सके।
  • कचरा डंपिंग साइट्स:
  • नगर में अलग-अलग स्थानों पर कचरे के संग्रहण के लिए डंपिंग साइट्स या लैंडफिल क्षेत्र निर्धारित किए जाते हैं।
  • इन साइट्स पर कचरे को पर्यावरणीय मानकों के अनुसार सुरक्षित तरीके से निपटाया जाता है।
  • सार्वजनिक स्वच्छता:
  • सार्वजनिक स्थानों जैसे बाजार, सड़कें, पार्क और अन्य सामुदायिक स्थलों की सफाई नियमित रूप से की जाती है।
  • कचरा फेंकने के लिए सार्वजनिक स्थानों पर डस्टबिन लगाए जाते हैं।
  • साप्ताहिक या मासिक सफाई अभियान चलाए जाते हैं, जिसमें शहर के नागरिकों को शामिल किया जाता है।
  • स्वच्छता कर्मियों की नियुक्ति:
  • स्वच्छता को सुनिश्चित करने के लिए नगर परिषद नियमित रूप से सफाई कर्मचारियों की नियुक्ति करती है, जो गली-गली जाकर सफाई करते हैं।
  • सफाई कर्मचारियों को उचित प्रशिक्षण और आवश्यक उपकरण दिए जाते हैं ताकि वे स्वच्छता कार्य को प्रभावी ढंग से कर सकें।
  • स्वच्छता अभियान:
  • नगर परिषद विभिन्न समय पर स्वच्छता अभियान और जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करती है, जिसमें नागरिकों को स्वच्छता के महत्व और कचरे के सही निपटान के बारे में जानकारी दी जाती है।
  • ये अभियान राष्ट्रीय कार्यक्रमों जैसे स्वच्छ भारत अभियान के तहत भी किए जाते हैं।
  • जल निकासी और नालों की सफाई:
  • जलजमाव की समस्या से निपटने के लिए नगर परिषद नियमित रूप से नालों और जल निकासी सिस्टम की सफाई करती है।
  • बरसात के मौसम में विशेष तौर पर नालों और सीवर लाइनों की सफाई कराई जाती है ताकि जलभराव की स्थिति न बने।
  • फाइन एवं दंड व्यवस्था:
  • नगर परिषद द्वारा निर्धारित कचरा प्रबंधन नियमों का पालन न करने पर जुर्माने की व्यवस्था भी होती है। इसमें सार्वजनिक स्थलों पर कचरा फैलाने वालों पर जुर्माना लगाया जाता है।
  • अवैध रूप से कचरा डंप करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाती है।
  • डिजिटल मॉनिटरिंग:
  • कई नगरपालिकाओं की तरह शाहपुर पटोरी में भी स्वच्छता सेवाओं की निगरानी के लिए डिजिटल तकनीकों का उपयोग किया जा सकता है, जिससे कचरे के संग्रहण और निपटान की प्रक्रिया को अधिक प्रभावी बनाया जा सके।
  • ऐप या हेल्पलाइन के माध्यम से नागरिक अपनी शिकायतें दर्ज करा सकते हैं, और नगर परिषद द्वारा त्वरित कार्रवाई की जाती है।
  • 10. स्वास्थ्य और स्वच्छता का प्रबंधन:
  • कचरा प्रबंधन के साथ-साथ स्वच्छता के तहत, डेंगू, मलेरिया जैसी बीमारियों की रोकथाम के लिए नगर परिषद द्वारा फॉगिंग (धुआं) किया जाता है।
  • नियमित रूप से मच्छरों के प्रजनन स्थलों को साफ किया जाता है और एंटी-लार्वा स्प्रे किया जाता है।
  • कचरा प्रबंधन शिक्षा और जागरूकता:
  • स्कूलों, कॉलेजों और सामुदायिक केंद्रों में स्वच्छता और कचरा प्रबंधन के बारे में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
  • नागरिकों को स्वच्छता की आदतें अपनाने और अपने आस-पास की सफाई बनाए रखने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।

नगर परिषद शाहपुर पटोरी द्वारा चलाया गया यह स्वच्छता एवं कचरा प्रबंधन अभियान न केवल शहर की स्वच्छता को बढ़ाता है, बल्कि पर्यावरण संरक्षण और लोगों के स्वास्थ्य के लिए भी महत्वपूर्ण योगदान देता है।

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